भारत VS ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल हाइलाइट्स, चैंपियंस ट्रॉफी 2025: यह तीसरी बार है जब भारत ने सीमित ओवरों के आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई है। पहले भारत ने 2023 वनडे विश्व कप और 2024 टी20 विश्व कप के फाइनल में एंट्री की थी, और अब वह चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भी पहुंच गया है।
भारतीय टीम ने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद विराट कोहली की कप्तानी में बल्लेबाजों की बेहतरीन खेल से ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में चार विकेट से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली है। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में बिना किसी हार के फाइनल में पहुंची है। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और उनकी टीम ने 49.3 ओवर में 264 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए कोहली ने एक बार फिर चेज मास्टर की तरह खेल दिखाया और 98 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 84 रन बनाकर भारत को 48.1 ओवर में छह विकेट पर 267 रन बनाकर जीत दिलाई।
भारत ने वनडे विश्व कप की हार का बदला ले लिया है
इसके साथ ही, भारत ने 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से मिली हार का भी प्रतिशोध किया है। यह तीसरी बार है जब भारत सीमित ओवरों के आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा है। भारत ने पहले 2023 वनडे विश्व कप और 2024 टी20 विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी, और अब वह चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भी पहुंच गया है। टीम इंडिया लगातार तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है, इससे पहले वह 2013 और 2017 में भी फाइनल खेल चुकी है।
भारत ने आईसीसी टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा सेमीफाइनल जीतने वाली टीम का खिताब
भारत ने आईसीसी टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा सेमीफाइनल जीतने वाली टीम का खिताब अपने नाम कर लिया है। भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी के नॉकआउट मैच में एक नया रिकॉर्ड बनाया है, जहां उसने न्यूजीलैंड द्वारा 2000 में भारत के खिलाफ सेट किए गए 265 रनों के लक्ष्य को पार किया। इसके अलावा, भारत ने 2017 में बांग्लादेश के खिलाफ भी इसी लक्ष्य को हासिल किया था। अब भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ने वनडे टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में 14 मुकाबलों में से 9 जीत हासिल की हैं, जिससे भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ बराबरी कर ली है।
चेज करते हुए कोहली ने फिर से चमक बिखेरी
। भारत की शुरुआत लक्ष्य के पीछे अच्छी नहीं रही, और उसने 43 रन पर दो विकेट खो दिए थे। इसके बाद कोहली ने श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 91 रनों की शानदार साझेदारी की, जिससे टीम को संभालने में मदद मिली। हालांकि, श्रेयस अर्धशतक से चूक गए और 62 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 45 रन बनाकर आउट हो गए। श्रेयस के जाने के बाद भी कोहली क्रीज पर टिके रहे और भारत को जीत के करीब ले गए। इस मैच के साथ, कोहली आईसीसी वनडे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 50 से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए, उन्होंने 24वीं बार 50+ स्कोर बनाया और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया।
सचिन ने 58 पारियों में 23 बार 50 से ज्यादा रन बनाए थे। वहीं, कोहली ने एक और मील का पत्थर पार कर लिया है। वह वनडे में लक्ष्य का पीछा करते हुए 8000 से अधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। इस तरह, वह महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के क्लब में शामिल हो गए हैं।
विराट शतक से रह गए
चूक विराट कोहली शतक की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन एडम जैम्पा की गेंद पर बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में अपना विकेट खो बैठे। कोहली के आउट होने के बाद केएल राहुल और हार्दिक पांड्या ने जिम्मेदारी संभाली। हार्दिक ने आक्रामक खेल दिखाया और भारत को जीत के करीब पहुंचा दिया। जब टीम को जीत के लिए सिर्फ छह रन की जरूरत थी, तभी हार्दिक भी बड़ा शॉट लगाने के प्रयास में आउट हो गए।
राहुल ने छक्का मारकर दिलाई जीत
हार्दिक ने 24 गेंदों में एक चौका और तीन छक्कों की मदद से 28 रन बनाकर आउट हो गए। हार्दिक के जाने के बाद केएल राहुल ने मैक्सवेल की गेंद पर छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई। इस जीत के साथ भारत लगातार दूसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंच गया है। इससे पहले, टीम 2017 में भी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी। राहुल ने 34 गेंदों में दो चौके और दो छक्कों की मदद से 42 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि जडेजा भी दो रन बनाकर नाबाद लौटे। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से नाथन एलिस और एडम जैम्पा ने दो-दो विकेट लिए, जबकि बेन ड्वारशुइस और कूपर कोनोली को एक-एक विकेट मिला।
स्मिथ और कैरी की बेहतरीन पारी
इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने कप्तान स्टीव स्मिथ और एलेक्स कैरी के अर्धशतकों की मदद से भारत के सामने एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा। स्मिथ ने 96 गेंदों पर 73 रन बनाए, जबकि कैरी ने 57 गेंदों में 61 रन की पारी खेली। भारत के लिए मोहम्मद शमी ने कोनोली को आउट करके पहली सफलता दिलाई। इसके बाद ट्रेविस हेड ने कुछ तेज शॉट्स खेलकर टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन वरुण चक्रवर्ती ने हेड को आउट करके भारत को एक बड़ी सफलता दिलाई। इसके बाद स्मिथ ने मार्नस लाबुशेन के साथ मिलकर साझेदारी की। स्मिथ ने एक छोर से पारी को आगे बढ़ाया और रन बनाने की गति पर ध्यान दिया। हालांकि, दूसरे छोर पर विकेट गिरते रहे। स्मिथ के आउट होने के बाद एलेक्स कैरी ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए मोर्चा संभाला।
अंतिम ओवरों में भारतीय गेंदबाजों ने विकेट लेने में अच्छी सफलता पाई। जब कैरी बल्लेबाजी कर रहे थे, तब ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया 300 रन के आस-पास पहुंच जाएगा, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार वापसी की। ऑस्ट्रेलियाई टीम पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाई। भारत की तरफ से तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए, जबकि वरुण चक्रवर्ती और रवींद्र जडेजा ने दो-दो विकेट हासिल किए। हार्दिक पांड्या और अक्षर पटेल को एक-एक विकेट मिला।